गिरफ्तार प्रशिक्षु एसीएफ की डायरी से खुलासा; मुख्य वन संरक्षक को 50 हजार, एसडीओ काे दिए 1 लाख रुपए

गिरफ्तार प्रशिक्षु एसीएफ की डायरी से खुलासा; मुख्य वन संरक्षक को 50 हजार, एसडीओ काे दिए 1 लाख रुपए


भोपाल। एक दिन पहले सोहागपुर में 50 हजार रु. की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए प्रशिक्षु सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) विजय मोरे ने वन विभाग के आला अफसरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लोकायुक्त पुलिस को सोहागपुर फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में मोरे के कमरे से एक डायरी मिली है, जिसमें उसने लिखा है कि किसकाे रिश्वत की कितनी राशि दी। उसमें मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) के आगे 50 हजार व एसडीओ के आगे एक लाख रु. लिखा है।


पुलिस के मुताबिक डायरी में लिखे नामों की खोजबीन कर उनसे पूछताछ की जाएगी। मोरे ने पूछताछ में बताया है कि सोहागपुर में काफी रुपया आता है, जिसका बंटवारा होता है। उल्लेखनीय है कि डायरी के अलावा लोकायुक्त पुलिस ने कमरे से 7.25 लाख रुपए भी बरामद किए थे।



एसडीओ और डीएफओ के नाम पर मांगी थी घूस
विजय मोरे मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) 2017 से एसीएफ के पद पर सिलेक्ट हुआ था। उसकी सोहागपुर वन क्षेत्र, होशंगाबाद में नवंबर 2019 में पोस्टिंग हुई थी। जानकारी के मुताबिक मोरे ने 7 दिसंबर 2019 को गुर्जरखेड़ी निवासी महेश कुमार तिवारी के दो ट्रैक्टर-ट्राॅली आम की लकड़ी ले जाते जब्त की थी। इन्हें छोड़ने के लिए उसने एसडीओ और डीएफओ के नाम पर तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस संबंध में महेश ने लोकायुक्त में मोरे की शिकायत की थी। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने उसे मंगलवार रात करीब 9:30 बजे फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में महेश से 50 हजार रु. घूस लेते गिरफ्तार किया था।


डायरी में 10 हजार से ढाई लाख रुपए तक का जिक्र
डायरी में रेंजर को 10 हजार, लक्ष्मी नारायण को 2.50 लाख, पवित्र को डेढ़ लाख, पवन पटेल को 1.05 लाख रुपए, वकील को 50 हजार, विनोद पटेल एवं राय सिंह को 1.40 लाख रु., राघवेंद्र कटारे को 14 हजार रु. का जिक्र है। डायरी में अनिल, योगेश, पठारिया, अबरार, संतोष पटेल, गिरिया पटेल, संतोष बिनेका सरपंच आदि नामों का उल्लेख है। हालांकि लोकायुक्त ने इन नामों की पुष्टि नहीं की है।