"मेरे सामने ही बहन मलबे में दब गई, अल्लाह का शुक्र है- जान बच गई"

"मेरे सामने ही बहन मलबे में दब गई, अल्लाह का शुक्र है- जान बच गई"


भोपाल। तिरुपति से चलकर हजरत निजामुद्दीन जाने वाले संपर्क क्रांति एक्सप्रेस बुधवार सुबह 9 बजकर 4 मिनट पर भोपाल जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर रुकी थी। भोपाल के आरिफ नगर, जेल रोड और अहीर मोहल्ला में रहने वाले लोग भी इस ट्रेन से उतरे थे। यह लोग आपस में रिश्तेदार हैं जो हैदराबाद में एक कार्यक्रम से भाग लेकर हंसी-खुशी लौटे थे। इनमें से 5 लोग भोपाल स्टेशन पर रैंप गिरने से हादसे का शिकार हो गए।


अपनी आंखों के आंसू पोछते हुए आसिमा बताती हैं- 'हम 28 लोग हैदराबाद से लौटे थे। हमारा रिजर्वेशनट्रेन के एस 1, एस 3 और एस 6 बोगी में था। ट्रेन से उतरने के बाद हम सब एक जगह इकट्‌ठा हुए और रैंप से चढ़कर एफओबी में पहुंचना चाहते थे, मेरी बहन मरियम मुझसे कुछ कदम आगे चल रही थी। अचानक तेज आवाज आई। इससे पहले हम कुछ समझ पाते मरियम पुल के रैंप के आगे का हिस्सा नीचे गिर गया।'


आसिमा बताती हैं- 'मरियम उस मलबे में दब गई थी। उसके साथ नाजिया, समीमुर्रहमान, खालिद और अयान भी गिरकर घायल हो गए। हमने सामान फेंका और एक-दूसरे को खोजने लगे। जैसे-तैसे सभी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। अल्लाह का लाख-लाख शुक्र हैं कि सब बच गए।'



रेलवे स्टेशन पर हादसे में यह हुए घायल
आरिफ नगर निवासी नाईत जहां (40) पत्नी अजहर खान, उनका बेटा अयान (18), नाजिया (40) पत्नी आदर खान जेल रोड निवासी समीमुर्रहमान (40), खलीलुर्रहमान (38), मंगलवारा छावनी निवासी खालिद बेग (38), विदिशा, अहीर मोहल्ला निवासी मरियम (20) पत्नी एजाजुर्रहमान और निवासी अनुपम शर्मा (31) शामिल हैं। इनके अलावा एक और व्यक्ति मामूली घायल हुआ था।


अफसरों को थी दी ब्रिज के जर्जर होने की जानकारी
प्लेटफार्म पर कैंटीन चलाने वाले रमेश ने बताया- स्टेशन मास्टर से रैंप और ब्रिज के कमजोर होने और उसका हुक निकल जाने की जानकारी दी थी। लेकिन, रेलवे ने शिकायत को किया अनसुना कर दिया। हालांकि, रेलवे के अफसरों ने इस बात से इनकार किया कि उन्हें रैंप या ब्रिज के जर्जर होने की जानकारी दी गई थी।


ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, तभी रैंप गिरा
दो नंबर प्लेटफार्म पर दुकान के वेंडर अंशुमान सिंह भदौरिया ने बताया- हम ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। सुबह के 9 बजे होंगे, तिरुपति-निजामुद्दीन संपर्क क्रांति इटारसी की तरफ से आ रही थी, तभी अचानक पुल का छज्जा पहले सीमेंट सा कुछ नीचे झरा इसके अगले 5 सेंकेंड में पूरा छज्जा गिर गया। हमें बाहर निकले भर का मौका मिला। एक वेंडर अजय सिंह राठौर बाहर था, उसे चोट लगी है। उसे भी नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।


1992 में बना था रैंप
रेल एडीजी अरुणा मोहन राव ने कहा- मुझे जानकारी दी गई है कि ये रैंप 1992 में बना था। ज्यादा पुराना होने से कमजोर हो गया होगा। इसकी सुरक्षा के प्रोटोकॉल क्या हैं, हम इसकी जानकारी ले रहे हैं। इसमें कानूनी कार्रवाई होगी, जो भी दोषी हैं। एडीजी ने कहा- स्टेशन के जर्जर हालत में पहुंचे ओवरब्रिज और रैंप की जांच और परीक्षण तकनीकी टीम से कराएंगे।


जांच कमेटी बनी


ये हादसा नहीं होना चाहिए था। ये दुखद है। एफओबी का एक रैंप गिरा है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। हादसे की एसएजी लेवल की जांच के आदेश दिए गए हैं।


प्रियंका दीक्षित, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे